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एन.एस.ओजे ब्यूरो
"कितना कठिन है डिजिटल मार्केटिंग?", "यह माउंट एवरेस्ट स्केलिंग से भी ज्यादा कठिन है, एक व्यक्ति एक घंटे में 97 बार अपने फोन को देखता है और इंटरनेट का उपयोग करता है। डिजिटल मार्केटिंग के प्रति लोगों का ध्यान-औसतन 20 सेकंड प्रति आर्टिकल होता है, यह एक बड़ी चुनौती है।" श्री प्रशांत हेब्बार ने कहा।
श्री हेब्बार का एन.एस.ओजे के छात्रों के साथ एक इंटरएक्टिव सेशन हुआ, जिनके दौरान उन्होंने छात्रों को यह बताया कि एक पत्रकार का झुकाव मार्केटिंग की तरफ नहीं होता है, लेकिन आज के दिनों में पत्रकार के लिए डिजिटल मीडिया कितना महत्वपूर्ण है।
श्री हेब्बार, नॉबी कंसल्टिंग के संस्थापक-निदेशक हैं, जो एक मैनेजमेंट कंसलटिंग कंपनी है। उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया के बिजनेस एडिटर के रूप में काम किया और ऑनलाइन सेवा शुरू की जिसमें 'आस्क द जिनी', CIOL जॉब्स वेबसाइट, CIO शॉप (ई-कॉमर्स साइट) शामिल हैं।
किसी भी आर्टिकल को लोगों तक पहुंचाने के लिए एक बेहतर कीवर्ड की जरूरत होती है जो लोगों द्वारा आसानी से खोजी जा सके और किसी भी डिजिटल मार्केटिंग के लिए एक अच्छी वेबसाइट की आवश्यकता होती है। पुराने दिनों में ऐसा कोई रास्ता नहीं था जिससे पता चल सके कि कितने दर्शकों ने हमारे आर्टिकल्स को देखा है। लेकिन अब यह सुविधा है, हम लोगों को क्या दिखाना चाहते हैं और इसे कैसे दिलचस्प बना सकते हैं यह सब हम पर निर्भर करता है। इसके लिए जरूरी है कि आपको डिजिटल मार्केटिंग के बारे में पता हो। "कैसे एक अच्छा वेगन बने, अगर मैं चाहता हूं कि लोग मेरे पेज को विजिट करें तो मैं एक दिलचस्प तरह का की-वर्ड डालूंगा (जैसे कोई बड़ी हस्ती का नाम टैग करके जो वेगन हो)।" श्री हेब्बार ने कहा।
श्री हेब्बार यह भी कहते हैं, "विज्ञापन लोगों को प्रभावित करने की एक कला है और हम डिजिटल का उपयोग ग्राहकों के द्वारा ग्राहकों को लाने के लिए भी करते है।" सारी चीजें कंटेंट बनाना और उसे शेयर करना, इसी पर निर्भर करती है।
डिजिटल मार्केटिंग और व्यवहार से संबंधित जागरूकता
इंटरेक्शन के दौरान एक छात्र, अर्जुन ने पूछा कि यूट्यूब के दौरान ऐड आते रहते हैं जिनसे लोग कभी-कभी चिढ़ जाते हैं क्या उन्हें यह थोड़ी कम नहीं करनी चाहिए? श्री हेब्बार ने कहा, यह बिल्कुल गलत नहीं, मैं खुद एक यूट्यूब चैनल चलाता हूं और अगर आप चाहते हैं कि ऐड ना दिखे बार-बार तो आप ऐड बंद करवाने की सब्सक्रिप्शन भी शुरू कर सकते हैं, जिनपर कुछ मंथली चार्जेस लगते हैं, इसी तरह डिजिटल मार्केटिंग चलती है। एन.एस.ओजे के छात्रों का श्री हेब्बार के साथ या सेशन काफी जानकारीपूर्ण था।